शनिवार, जून 28, 2025
होमNationalभारत में जाति जनगणना: केंद्रीय कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद विपक्ष...

भारत में जाति जनगणना: केंद्रीय कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद विपक्ष को बड़ा झटका

Published on

spot_img
Follow Us : Google News WhatsApp

गुरुग्राम डेस्क | भारत में जाति जनगणना को लेकर लंबे समय से चली आ रही बहस के बीच, केंद्रीय कैबिनेट ने आखिरकार जाति जनगणना की मंजूरी दे दी है। इस फैसले के बाद, विपक्ष को बड़ा झटका लगा है, क्योंकि यह मुद्दा पहले उनके हाथों में था और वे इसे आगामी चुनावों में एक प्रभावशाली मुद्दा बनाने के लिए तैयार थे। विपक्षी दलों जैसे कांग्रेसआरजेडी, और समाजवादी पार्टी ने जाति जनगणना को एक मजबूत चुनावी मुद्दा बना रखा था। हालांकि, अब सरकार के इस फैसले ने विपक्ष के इस रणनीतिक कदम को कमजोर कर दिया है, जिससे वे आगामी चुनावों में इस मुद्दे का फायदा नहीं उठा पाएंगे।

यह लेख जाति जनगणना के सरकार द्वारा किए गए फैसले, इसके राजनीतिक असर, और आगामी बिहार चुनावों पर इसके प्रभाव की विस्तृत चर्चा करेगा।

जाति जनगणना का महत्व और विपक्षी रणनीति

जाति जनगणना का राजनीतिक महत्व

जाति जनगणना, भारतीय राजनीति में एक अहम और संवेदनशील मुद्दा है। इसका मुख्य उद्देश्य भारतीय समाज के विभिन्न जातियों के बीच मौजूद असमानताओं को समझना और उस पर आरक्षण और सामाजिक न्याय के उपायों को लागू करना है। विपक्षी दलों ने इस मुद्दे को पिछले कुछ वर्षों में लगातार उठाया, खासकर लोकसभा चुनाव और राज्य चुनावों के दौरान। उनका कहना था कि जाति जनगणना से भारत के विभिन्न जाति समूहों की संख्या का सही आकलन हो सकेगा और इससे आरक्षण की नीति में सुधार संभव होगा।

राहुल गांधी और अन्य विपक्षी नेता इस मुद्दे पर जोर दे रहे थे कि अगर उनकी सरकार बनेगी तो वे जाति जनगणना कराएंगे, और इस आधार पर आरक्षण की नीति को फिर से निर्धारित करेंगे। इसके साथ ही, वे यह भी कहते रहे हैं कि जाति जनगणना के साथ वे आरक्षण की सीमा को समाप्त करेंगे।

बिहार और अन्य राज्यों में जाति जनगणना

बिहार में जाति जनगणना का मुद्दा खास तूल पकड़ चुका था। तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार ने पहले जाति सर्वेक्षण की पहल की थी, और आरजेडी ने इसे बिहार चुनाव में एक बड़ा मुद्दा बनाने की योजना बनाई थी। बिहार सरकार ने अपने खर्चे पर जाति सर्वेक्षण कराया था, जिसके लिए लगभग 500 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे। हालांकि, इस सर्वेक्षण के परिणामों पर पटना हाईकोर्ट ने रोक लगा दी थी।

जाति सर्वेक्षण से मिलने वाले डेटा को लेकर विपक्षी दल बिहार विधानसभा चुनाव में आरक्षण बढ़ाने और राजनीतिक लाभ की उम्मीद कर रहे थे। लेकिन अब, जब केंद्रीय सरकार ने जाति जनगणना कराने का ऐलान किया है, तो विपक्ष के हाथ से यह मुद्दा निकल गया है।

केंद्रीय सरकार का निर्णय और विपक्ष की रणनीति पर असर

केंद्र सरकार की ओर से जाति जनगणना की मंजूरी

केंद्र सरकार ने पहले जाति जनगणना कराने से इनकार किया था, लेकिन अब उसने केंद्रीय मंत्रिमंडल के माध्यम से इस पर अपनी मंजूरी दे दी है। सरकार ने पहले इस मुद्दे पर तकनीकी जटिलताओं का हवाला दिया था, लेकिन अब उसने विपक्षी दबाव के बाद यह कदम उठाया है। इस फैसले के बाद विपक्ष को अपनी चुनावी रणनीति में बदलाव करना पड़ सकता है।

विपक्ष की हार: एक बड़ा मुद्दा हाथ से निकला

विपक्षी दलों, खासकर कांग्रेस और अन्य क्षेत्रीय दलों के लिए यह एक बड़ा झटका है। उन्होंने जाति जनगणना को चुनावी मुद्दा बनाने का प्रयास किया था, लेकिन अब इस मुद्दे को केंद्र सरकार ने अपने पक्ष में कर लिया है। राहुल गांधी ने पहले कहा था कि उनकी सरकार बनने पर जाति जनगणना कराई जाएगी, और आरक्षण के नए सिद्धांतों पर काम किया जाएगा। लेकिन अब जब सरकार ने खुद यह कदम उठाया है, तो विपक्ष इस मुद्दे का फायदा नहीं उठा पाएगा।

बिहार चुनाव पर जाति जनगणना का असर

जाति सर्वेक्षण का राजनीतिक प्रभाव

बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर जाति जनगणना और जाति सर्वेक्षण का बड़ा राजनीतिक प्रभाव होने की संभावना थी। राहुल गांधी और विपक्ष ने कहा था कि जाति सर्वेक्षण की रिपोर्ट के आधार पर आरक्षण को फिर से निर्धारित किया जाएगा। बिहार में जाति जनगणना को लेकर विपक्षी दल इसे अपनी “मुख्य चुनावी रणनीति” मानते थे। लेकिन अब जब केंद्र ने खुद जाति जनगणना को मंजूरी दे दी है, तो विपक्ष इस मुद्दे को अब कोई राजनीतिक लाभ नहीं उठा सकेगा।

केंद्र सरकार का जाति जनगणना पर दावा

भाजपा अब यह दावा करने की कोशिश करेगी कि जाति जनगणना उनके ही नेतृत्व में कराई गई है। इसके पहले कर्नाटकबिहार, और तेलंगाना जैसे राज्यों ने जाति जनगणना कराई थी, लेकिन इनमें से अधिकतर राज्यों में जाति जनगणना के परिणामों का कोई विशेष असर नहीं दिखाई दिया। कर्नाटक में इसके रिपोर्ट्स पर कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई थी। हालांकि, राहुल गांधी ने तेलंगाना के जाति जनगणना को परफेक्ट माना और उन्हें उम्मीद थी कि उसी तरह की जनगणना हर राज्य में होगी। अब यह मुद्दा, जो बिहार चुनाव में विपक्षी दलों का प्रमुख हथियार था, अब समाप्त हो गया है।

जाति जनगणना का दीर्घकालिक प्रभाव

आरक्षण और सामाजिक न्याय पर असर

जाति जनगणना का भारतीय राजनीति पर दीर्घकालिक असर हो सकता है। यह न केवल आरक्षण की नीति को प्रभावित करेगा, बल्कि सामाजिक न्याय की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है। सरकार अब जाति जनगणना के आधार पर आरक्षण के नियमों में बदलाव कर सकती है, और इससे देश के विभिन्न वर्गों में समानता और न्याय की ओर कदम बढ़ सकते हैं।

सामाजिक असमानता की दिशा में सुधार

जाति जनगणना से मिलने वाले आंकड़े अब सामाजिक असमानता के बारे में सटीक जानकारी प्रदान करेंगे। यह सरकार को बेहतर नीतियां बनाने में मदद करेगा, ताकि हर वर्ग को उचित हिस्सेदारी मिल सके। हालांकि, इसका पालन सही तरीके से होना चाहिए ताकि यह समाज के हर हिस्से को समान रूप से लाभ दे सके।

केंद्रीय सरकार द्वारा जाति जनगणना की मंजूरी ने भारतीय राजनीति के परिप्रेक्ष्य को बदल दिया है। जबकि यह विपक्ष के लिए एक बड़ा झटका है, लेकिन यह सरकार के लिए एक रणनीतिक जीत साबित हो सकती है। अब सरकार को जाति जनगणना के परिणामों के आधार पर आरक्षण नीति में सुधार करने का अवसर मिलेगा, जो सामाजिक न्याय की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।

विपक्ष को अब अपनी रणनीति में बदलाव करना होगा और नए मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना होगा। जाति जनगणना का मुद्दा अब खत्म हो चुका है, और यह देखना होगा कि आगामी चुनावों में भाजपा इसे किस तरह से अपने पक्ष में इस्तेमाल करती है।


Discover more from

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Latest articles

पटना आ रहे बाबा बागेश्वर, गांधी मैदान में होगा सनातन महाकुंभ, लाखों श्रद्धालुओं के जुटने की संभावना

बिहार की राजधानी पटना एक ऐतिहासिक आध्यात्मिक आयोजन की तैयारी कर रही है। देशभर...

Bigg Boss के वो 8 कंटेस्टेंट जिनकी मौत ने फैंस को किया हैरान, अब शेफाली जरीवाला भी शामिल

टीवी इंडस्ट्री से एक बार फिर दिल तोड़ने वाली खबर आई है। 'कांटा लगा...

‘द फैमिली मैन 3’ का एलान: मनोज बाजपेयी के साथ जयदीप अहलावत की एंट्री

भारत की सबसे चर्चित वेब सीरीज़ में से एक ‘द फैमिली मैन’ का तीसरा...

‘कांटा लगा’ फेम एक्ट्रेस शेफाली जरीवाला का निधन

फेमस म्यूजिक वीडियो ‘कांटा लगा’ से रातों-रात देशभर में मशहूर हुईं अभिनेत्री शेफाली जरीवाला...

More like this

पटना आ रहे बाबा बागेश्वर, गांधी मैदान में होगा सनातन महाकुंभ, लाखों श्रद्धालुओं के जुटने की संभावना

बिहार की राजधानी पटना एक ऐतिहासिक आध्यात्मिक आयोजन की तैयारी कर रही है। देशभर...

‘कांटा लगा’ फेम एक्ट्रेस शेफाली जरीवाला का निधन

फेमस म्यूजिक वीडियो ‘कांटा लगा’ से रातों-रात देशभर में मशहूर हुईं अभिनेत्री शेफाली जरीवाला...

पटना में निकली पुरी जैसी भव्य रथ यात्रा, श्रद्धा और भक्ति में डूबा शहर

बिहार की राजधानी पटना ने आज एक बार फिर आध्यात्मिकता और सांस्कृतिक एकता का...

आज का राशिफल – 28 जून 2025 जानिए किन राशियों को मिलेगा भाग्य का साथ

शनिवार, 28 जून 2025 का दिन कई राशियों के लिए बेहद शुभ साबित हो...

दक्षिण बिहार में भारी बारिश का अलर्ट, रविवार से उत्तर बिहार में भी बरसात तेज

दक्षिण बिहार के जिलों में आज भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी पटना सहित...

बिहार सरकार ने त्योहारों में यात्रियों की सुविधा के लिए 299 नई बसों की शुरुआत की

बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और चुनावी...

बिहार में शिक्षकों के लिए खुशखबरी: अब स्वयं कर सकेंगे ट्रांसफर, जानें ई-शिक्षाकोष पोर्टल से आवेदन कैसे करें

बिहार में शिक्षा विभाग ने शिक्षकों के लिए एक ऐतिहासिक कदम उठाया है, जिससे...

‘उमराव जान’ की स्क्रीनिंग में बॉलीवुड उमड़ा, रेखा और अन्य सितारों ने लूट ली लाइमलाइट

बॉलीवुड की प्रतिष्ठित और क्लासिक फिल्म उमराव जान (1981) को 27 जून 2025 को...

तेज प्रताप यादव ने खुद को बताया दूसरा लालू यादव, तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाने का दिया समर्थन

बिहार की राजनीति में अपनी बेबाक बयानबाजी और अनूठे अंदाज के लिए पहचाने जाने...

जगन्नाथ रथ यात्रा 2025: आस्था, प्रेम और समर्पण का अद्वितीय उत्सव

जगन्नाथ रथ यात्रा 2025 ओडिशा के पुरी शहर में हर साल आयोजित होने वाला...

‘सरदार जी 3’ ट्रेलर विवाद: गुरु रंधावा का गुस्सा, ट्वीट से जताया गुस्सा

हाल ही में 'सरदार जी 3' फिल्म का ट्रेलर लॉन्च हुआ, जिसमें पाकिस्तानी अभिनेत्री...

आज का राशिफल, 27 जून 2025: जानिए आज के दिन किस राशि को मिलेगा भाग्य का साथ

आज 27 जून 2025, शुक्रवार का दिन राशियों के हिसाब से बहुत ही महत्वपूर्ण...

बिहार में 27 जून को गयाजी समेत 5 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट

मानसून के मौसम के दौरान बिहार में आज यानी शुक्रवार, 27 जून 2025 को...

मुजफ्फरपुर में मीनापुर-टेंगराहा पथ के चौड़ीकरण के लिए भूमि अधिग्रहण, NH-28 पर सुरक्षा खतरे की स्थिति

मुजफ्फरपुर में मीनापुर-टेंगराहा पथ के चौड़ीकरण के लिए भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया पूरी की गई...

FWICE ने ‘बॉर्डर 2’ से दिलजीत दोसांझ को निकालने की मांग की, पूर्व मैनेजर ने किया बचाव

पंजाबी सिंगर और अभिनेता दिलजीत दोसांझ इन दिनों अपने करियर के सबसे बड़े विवादों...
Install App Google News WhatsApp